कालकाजी मंदिर दिल्ली का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जो भगवान काली को समर्पित है। यहां के विशाल मंदिर कंप्लेक्स में समय-समय पर विभिन्न पूजा-अर्चना और धार्मिक आयोजन होते हैं, जो श्रद्धालुओं को अपने मानसिक और आध्यात्मिक अनुभव में समृद्धि प्रदान करते हैं।
सुबह की शुरुआत होती है गणेश वंदना से, जो 5 बजे शुरू होती है। 5:30 बजे से 6:30 बजे तक श्रृंगार समय होता है, जब मंदिर बंद रहता है। फिर सुबह की आरती 6:30 बजे से 7 बजे तक होती है। दोपहर के 12 बजे भोग चढ़ाया जाता है, इस समय मंदिर 11:45 बजे से 12:15 बजे तक बंद रहता है।
दिन के तीन बजे से चार बजे तक मंदिर सफाई के लिए बंद रहता है। शाम का कार्यक्रम 7 बजे प्रारंभ होता है गणेश वंदना से। 7:30 बजे से 8:30 बजे तक फिर से श्रृंगार समय रहता है, जब मंदिर बंद रहता है। शाम की आरती 8:30 बजे से 9 बजे तक होती है।
रात्रि के 11:30 बजे साज्जा चढ़ाई जाती है। मंदिर इस समय 11:30 बजे से रात 4 बजे तक बंद रहता है। इस प्रकार, कालकाजी मंदिर एक अनुशासित धार्मिक अनुष्ठान केंद्र है जो श्रद्धालुओं को उनके धार्मिक अनुभव में शांति और समृद्धि का अनुभव कराता है।